हाल ही में भारतीय तटरक्षक बल ने ओडिशा
में ओलिव रिडले समुद्री कछुओं के सुरक्षित प्रजनन काल को सुनिश्चित करने के लिए
अपने वार्षिक मिशन के हिस्से के रूप में गश्त कर रहे 'ऑपरेशन ओलिव' के लिए एक विमान सेवा में लगाया है। इसकी मदद से इलाके में गश्त की जा रही है।
मुख्य तथ्य
तटरक्षक बल का विमान गहिरमाथा समुद्री जीव
अभयारण्य, धर्मा देवी और रुशीकुल्या नदी के मुहाने पर तैनात किया गया है
ताकि मछली पकड़ने के जहाजों को निषिद्ध क्षेत्र में प्रवेश से रोका जा सके।
ओलिव रिडले ऑपरेशन के अंतर्गत तटरक्षक बल ने मछुआरों के लिए
संवाद का सत्र आयोजित किया है ताकि उन्हें ओलिव रिडले कछुओं के प्रजनन के दौरान
मछली पकड़ने पर कानूनी रोक के बारे में बता सके।
गौरतलब है कि एक नवंबर 2020 से गिहिरमाथा
समुद्री जीव अभयारण्य के 20 किलोमीटर की परिधि में और ओडिशा की नदियों के
मुहानों पर मछली पकड़ने पर रोक है | नतीजतन गैर कानूनी समुद्री मछली पकड़ने की गतिविधि इस वर्ष काफी कम हुई है |
अब तक इस नियम का उल्लंघन करने पर
वन्यजीव सुरक्षा अधिनियम-1970 और उड़ीसा समुद्री मत्स्यन नियमन
अधिनियम 1982 के तहत कुछ मछुआरों को गिरफ्तार कर उनकी नौकाओं को
जब्त किया गया है।
ओलिव रिडले
यह मुख्य रूप से प्रशांत, हिन्द और अटलांटिक महासागरों के गर्म जल में
पाए जाने वाले समुद्री कछुओं की एक मध्यम आकार की प्रजाति है।
उल्लेखनीय है कि ओलिव रिडले कछुए हज़ारों
किलोमीटर की यात्रा कर ओडिशा तट पर प्रजनन करने और अंडे देने के लिए आते हैं। पुनः
इन अंडों से निकले बच्चे समुद्री मार्ग से वापस हज़ारों किलोमीटर दूर अपने
निवास-स्थान पर चले जाते हैं।
ऑपरेशन ओलिव
ऑपरेशन ओलिव , केंद्र सरकार
द्वारा समुद्री प्रजातियों की सुरक्षा के लिए 1999 में लॉंच किया गया था |
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