हाल ही में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की
अध्यक्षता वाली आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने कृष्णापट्टनम और तुमकुर औद्योगिक
गलियारा नोड्स को स्वीकृति दी है।
मुख्य तथ्य
चेन्नई बेंगलुरु औद्योगिक गलियारा (सीबीआईसी) के अंतर्गत
निवेश को सुगम बनाने के लिए आंध्र प्रदेश
में कृष्णापट्टनम औद्योगिक क्षेत्र और कर्नाटक में तुमकुर औद्योगिक क्षेत्र को
स्वीकृति दी गई है।
मल्टी मॉडल संपर्क अवसंरचना के आधार के रूप में इन परियोजनाओं की कल्पना की गई
है |
ये ग्रीनफील्ड औद्योगिक शहर विश्वसनीय बिजली और गुणवत्तापूर्ण युक्त सामाजिक
अवसंरचरना के साथ बंदरगाहों और लॉजिस्टिक हब्स , माल ढुलाई
के लिए विश्व स्तरीय अवसंरचना, सड़कऔर रेल संपर्क के साथ पूरी तरह आत्मनिर्भर होंगे।
इन परियोजनाओं से औद्योगीकरण के माध्यम से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर
पैदा होंगे।
औद्योगिक गलियारा (Industrial
Corridor)
औद्योगिक गलियारा मूल
रूप से, मुख्य मार्ग के रूप में राज्यों से होकर गुजरने वाला मल्टी मॉडल परिवहन सेवाओं
से युक्त गलियारा होता है।
औद्योगिक गलियारा का उद्देश्य विनिर्माण या अन्य उद्योगों का एक समूह के साथ एक विशेष क्षेत्र बनाना है।
औद्योगिक
गलियारा ,किसी देश की औद्योगिक वृद्धि और इसकी अर्थव्यवस्था के समग्र स्वास्थ्य को आकार देती है। इसलिए उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए समर्पित औद्योगिक
गलियारों को दुनिया भर में स्थापित किया जाता है।
औद्योगिक
गलियारा ,मेक इन इंडिया जैसे
कार्यक्रम के लिए एक उत्प्रेरक का काम
कर सकता हैं |
औद्योगिक गलियारा निम्नलिखित अवसंरचनाओं का निर्माण किया जाता है
द्रुतगति परिवहन
नेटवर्क – रेल और सड़क।
अत्याधुनिक कार्गो
हैंडलिंग उपकरणों सहित बंदरगाह।
आधुनिक हवाई अड्डे।
विशेष आर्थिक क्षेत्र /
औद्योगिक क्षेत्र।
लॉजिस्टिक पार्क /
ट्रांसशिपमेंट हब।
औद्योगिक जरूरतों को
पूरा करने के लिए नॉलेज पार्क।
टाउनशिप / रियल एस्टेट जैसी पूरक अवसंरचनाएं।
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