हाल ही
में केंद्रीय शिक्षा
मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' और केंद्रीय महिला एवं बाल विकास
तथा वस्त्र मंत्री स्मृति ईरानी ने संयुक्त रूपसे टॉयकाथॉन-2021 का
शुभारंभ किया ।
मुख्य तथ्य
इसे शिक्षा मंत्रालय, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, वस्त्र मंत्रालय, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा
परिषद (AICTE)
ने मिलकर संयुक्त रूप से शुरू किया गया है।
भारत को ग्लोबल टॉय
मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में विकसित करने के लिए टॉयकाथॉन-2021 का
आयोजन किया जा रहा है। टॉयकाथॉन भारतीय मूल्य प्रणाली पर आधारित अभिनव खिलौनों की
अवधारणा विकसित करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा जो बच्चों के बीच सकारात्मक
व्यवहार और अच्छे मूल्य को विकसित करेगा।
शिक्षा मंत्री के
अनुसार भारत
में खिलौना बाज़ार आर्थिक आधार पर लगभग एक अरब अमेरिकी डॉलर का है, लेकिन 80 प्रतिशत
खिलौने भारत में आयात किए जाते हैं।
यह एक अंतर-मंत्रालयी पहल है ,जिसके अंतर्गत स्कूल और कॉलेजों के
छात्रों तथा शिक्षकों, डिज़ाइन विशेषज्ञों, खिलौना विशेषज्ञों और स्टार्टअप्स एक साथ मिलकर नये विचारों
को साझा करने का काम किया जाएगा |
टॉयकाथॉन नौ विषयों
पर आधारित है
भारतीय संस्कृति, इतिहास, भारत और सांस्कृतिक मूल्यों का
ज्ञान
सीखना, अध्ययन और स्कूली शिक्षा
सामाजिक तथा मानवीय मूल्य
व्यवसाय एवं विशिष्ट क्षेत्र
वातावरण
दिव्यांग
फिटनेस और खेल
रचनात्मक एवं तार्किक सोच
पारंपरिक भारतीय खिलौनों को फिर से तैयार/पुन: डिजाइन
करना
टॉयकाथॉन में तीन
स्तर होंगे-जूनियर, वरिष्ठ
और स्टार्ट अप। इसमें स्टार्टअप और खिलौना विशेषज्ञों के अलावा स्कूलों, कॉलेजों तथा विश्वविद्यालयों के
छात्रों एवं शिक्षकों को भागीदारी की अनुमति होगी।
प्रतिभागियों के पास अपने विचार प्रस्तुत
करने के लिए दो विकल्प होंगे, वे या तो
प्रकाशित माध्यम से किसी खिलौने को और बेहतर बनाने के लिए अपने विचार प्रस्तुत कर
सकते हैं या फिर खिलौना बनाने की नई संकल्पना की श्रेणी में अपनी प्रस्तुति दे
सकते हैं।
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