हाल ही में केंद्र सरकार ने एथनॉल मिश्रित पेट्रोल कार्यक्रम के तहत सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों को आपूर्ति के लिए एथनॉल के मूल्यों में संशोधन को मंजूरी दी है |
जैव ईंधन
जैव ईंधन उसे कहते हैं जो
पृथ्वी पर विद्यमान वनस्पति को एक रासायनिक प्रक्रिया से गुज़ार कर तैयार किया
जाता है.
गन्ने के रस , मक्का के दानों से एथनॉल ईंधन तैयार किया जाता है. इसके अलावा जथरोपा, सोयाबीन, चुकंदर आदि से भी जैव ईंधन तैयार किया जाता है
ईबीपी कार्यक्रम
इथेनॉल ब्लेंडेड पेट्रोल
(ईबीपी) कार्यक्रम 2003 में शुरू किया
गया था।
इसका कार्यक्रम उद्देश्य
इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल को प्रोत्साहित करना है
यह कार्यक्रम वैकल्पिक और पर्यावरण के अनुकूल ईंधन के उपयोग को बढ़ावा देने और ऊर्जा आवश्यकताओं के लिए आयात निर्भरता को कम करेगा
फैसले के बारे में
सी श्रेणी के भारी शीरे
से उत्पन्न एथनॉल की कीमतें 43.75 रुपये से बढ़ाकर 45.69 रुपये प्रति लीटर तय की गई है।
बी श्रेणी के भारी शीरे
से उत्पन्न एथनॉल की कीमतें 54.27 रुपये से बढ़ाकर 57.61 रुपये प्रति लीटर तय की गई है।
गन्ने के रस/चीनी/चाशनी
से उत्पन्न होने वाले एथनॉल की कीमतें 59.48 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 62.65 रुपये प्रति
लीटर की गई है।
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